16 फरवरी 2013
मुम्बई। अभिनेता सुमित राघवन को लगता है कि हिंदी टेलीविजन के धारावाहिकों में 'साराभाई वर्सेस साराभाई' जैसा उन्नत हास्य धारावाहिक और कोई नहीं हुआ। वह यहां तक कहते हैं कि 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में काम करने के बाद हास्य धारावाहिकों में अभिनय करना उनके बाएं हाथ का काम हो गया है। सुमित ने आईएएनएस को बताया, "भाग्य कहें या दुर्भाग्य 'साराभाई वर्सेस साराभाई' करने के बाद हास्य अभिनय मेरे लिए बच्चों का खेल हो गया। मैं किसी चीज के बारे में बुरा नहीं कहना चाहता लेकिन 'साराभाई वर्सेस साराभाई' के जैसा कोई धारावाहिक फिर नहीं बना। मैं खुश हूं कि इस धारावाहिक का मैं एक हिस्सा हूं।"
सुमित इन दिनों कलर्स के कार्यक्रम 'नौटंकी : द कॉमेडी थियेटर' में देखे जा रहे हैं। यह ब्राडवे की शैली से प्रेरित छोटे पर्दे का भारतीय टीवी शो है। अन्य धारावाहिकों से अलग होने के कारण इसने सुमित का ध्यान अपनी तरफ खींचा।
सुमित ने छोटे पर्दे पर 'घर की बात है', 'महाभारत' और 'हद कर दी' जैसे धारावाहिकों में काम किया है।
सुमित का कहना है कि टीवी एक सशक्त माध्यम है और इसकी पहुंच व्यापक है।